यह भी बहुत महत्वपूर्ण है कि हम किस शिवलिंग की पूजा करें, जिससे हमारे सभी कार्य सम्पूर्ण हो और शीघ्र फल की प्राप्ति हो ?

तो, शिव महापुराण स्कंद पुराण, लिंग पुराण एवं नर्मदा पुराण चारो पुराणों में एक ही बात कही गई है कि घर के अंदर शिवलिंग रखें तो वह केवल नर्मदा नदी से निर्मित नर्मदेश्वर शिवलिंग ही होना चाहिए। पुराणों में नर्मदेश्वर शिवलिंग के विषय में कहा गया है कि नर्मदा नदी से प्राप्त शिवलिंग में भगवान शिव का पूरा परिवार एवं 33 कोटि देवी देवता एवं माता महालक्ष्मी स्वयं विराजमान रहती है।

“एक साधे सब सधे” अर्थात नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा आराधना करने मात्र से समस्त देवी देवताओं की पूजा हो जाएगी और आपकी हर मनोकामना शीघ्र पूर्ण होकर माता महालक्ष्मी आपके घर में स्वयं स्थाई रूप से वास करेगी।

शिवलिंग के दर्शन मात्र से हमारे समस्त कष्टों का नाश होता है एवं मनुष्य मनोवांछित फल प्राप्त करता है।

सनातन धर्म में कहा गया है कि नर्मदेश्वर शिवलिंग पर जल चढ़ाने से व्यक्ति के समस्त दुःख, कष्ट दूर होते है, और शिवलिंग पर चढ़े जल का प्रतिदिन आचमन करने से बीमारियों दूर होती है और घर एवं व्यापार में सुख, शांति एवं समृद्धि बरकरार रहती है।

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